प्रणव जी, आपके इस कार्टून के लिए कमेन्ट "आवाज़" ब्लॉग पर लिख दिया है, स्टेशन ज़रूर जायेंगे आपका यह कार्टून देखने.... वाकई बहुत अच्छा है, एकदम सजीव!जब ट्रेन आती है बिलकुल ऐसे ही धक्का-मुक्की वाला द्रश्य होता है :)
मुझे कार्टून बहुत अच्छा तो लगा ही, अपनी एक और बात शेअर करना चाहता हूँ इसलिए दोबारा टिप्पणी करने से रोक नहीं सका ख़ुद को। आप के प्रोफ़ाइल में फ़्रीलांस कार्टूनिस्ट होने की बात को लेकर मैं अभी तक अचंभित भी था और कुछ हद तक चिंतित भी कि क्या यह एक पर्याप्त व्यवसाय है? आप के कार्टून से यह बात तो साफ़ हो गई कि "दम है लड़के में, और लड़के की तूलिका में कला भी है" जियो प्रणव! ख़ूब सफलता प्राप्त करो! ईश्वर से दुआ करता हूँ तुम्हारे कैरियर के लिए।
bahut khoob mubarak ho....
ReplyDeleteभोपाल जायेंगे तो ध्यान से देखेंगे रेस्टॉरेन्ट में.
ReplyDeleteबहुत सुंदर है कार्टून, एक दम यथार्थ!
ReplyDeleteare waah ye aapka hai... bahut khoob. Bhopal ke city centre wala bhi kamaal banaya tha. kuchh tips diziye bhai mujhe bhi. seriously
ReplyDeleteबहुत बहुत बधाई
ReplyDeleteबहुत-बहुत बधाई
ReplyDeletesunday ko dekhenge jakar :)
ReplyDeleteप्रणव अंकल आपने तो कितना अच्छा कार्टून बनाया , हम बच्चों के लिए भी बनाएं ना...शुभम सचदेव
ReplyDeleteAapko bahut-bahut badhaaee
ReplyDeleteक्या यथार्थ कार्टून बनाया है ... लाजवाब ....
ReplyDeletebahut sunder caartoon banaya aapne
ReplyDeletemubarak..
प्रणव जी,
ReplyDeleteआपके इस कार्टून के लिए कमेन्ट "आवाज़" ब्लॉग
पर लिख दिया है, स्टेशन ज़रूर जायेंगे आपका यह
कार्टून देखने.... वाकई बहुत अच्छा है, एकदम
सजीव!जब ट्रेन आती है बिलकुल ऐसे ही धक्का-मुक्की वाला द्रश्य होता है :)
Oh Wah! Bada gazab ka rekhankan hai! Mubarak ho!
ReplyDeleteबेहतरीन जनाब...."
ReplyDeleteअब आना ही पड़ेगा भोपाल, जल्दी ही। कार्टून बहुत बढ़िया है, बधाई स्वीकार करें।
ReplyDeleteमुझे कार्टून बहुत अच्छा तो लगा ही, अपनी एक और बात शेअर करना चाहता हूँ इसलिए दोबारा टिप्पणी करने से रोक नहीं सका ख़ुद को।
ReplyDeleteआप के प्रोफ़ाइल में फ़्रीलांस कार्टूनिस्ट होने की बात को लेकर मैं अभी तक अचंभित भी था और कुछ हद तक चिंतित भी कि क्या यह एक पर्याप्त व्यवसाय है?
आप के कार्टून से यह बात तो साफ़ हो गई कि "दम है लड़के में, और लड़के की तूलिका में कला भी है"
जियो प्रणव! ख़ूब सफलता प्राप्त करो! ईश्वर से दुआ करता हूँ तुम्हारे कैरियर के लिए।
बहुत ही बढ़िया, शानदार और लाजवाब कार्टून है! बधाई !
ReplyDeleteवाह!
ReplyDeleteभोपाल जायेंगे तो ध्यान से देखेंगे रेस्टॉरेन्ट में..
अरे वाह!! बधाई हो आपको. जल्दी ही भोपाल जाना हो सकता है, ज़रूर देखूंगी.
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeletesuparb!
ReplyDeletebahut achha cartoon banaya hai aapne :)
ReplyDeleteवाह ....!
ReplyDeleteबधाई आपको ....!!
acche cartoons banate hai aap :)
ReplyDeletewow ....... parikalpana mein kyun nahin bheja ise?
ReplyDeleteवाह! खूब चित्रण है.
ReplyDeleteबधाई !